आपका क्रेडिट स्कोर 750 से कम है और आप सोच रहे हैं कि यह क्यों नहीं बढ़ रहा? कई लोग यह समझते हैं कि क्रेडिट स्कोर कैसे सुधारें, लेकिन छोटी-सी गलतियां करते रहते हैं जो उनके स्कोर को गिराती रहती हैं।
यह गाइड उन लोगों के लिए है जो अपना सिबिल स्कोर तेजी से बढ़ाना चाहते हैं लेकिन बार-बार वही पुरानी गलतियां कर रहे हैं। आज हम आपको 5 ऐसी आम गलतियों के बारे में बताएंगे जिनसे बचकर आप अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने की गलतियां से दूर रह सकते हैं।
इस पोस्ट में हम देखेंगे कि क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल कैसे करें, EMI भुगतान टिप्स क्या हैं, और क्रेडिट रिपोर्ट चेक करना क्यों जरूरी है। इन सभी बातों को समझकर आप अपने स्कोर को 700+ तक ले जा सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल

क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा उपयोग करना
आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो। जब आप अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग करते हैं, तो यह आपके सिबिल स्कोर को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है।उदाहरण के लिए, अगर आपकी लिमिट ₹1.5 लाख है, तो 2025 के RBI नियमों के अनुसार, आपको ₹45,000 से ज्यादा खर्च नहीं करना चाहिए।
उच्च क्रेडिट यूटिलाइजेशन बैंकों और वित्तीय संस्थानों को यह संकेत देता है कि आप अपने वित्तीय खर्चों को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं। इससे आपकी भविष्य की लोन या क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन रिजेक्ट होने की संभावना बढ़ जाती है। आदर्श रूप से, आपको अपनी क्रेडिट लिमिट का 10-20% ही उपयोग करना चाहिए।
मिनिमम पेमेंट पर निर्भर रहना
कई लोग यह गलती करते हैं कि वे केवल मिनिमम अमाउंट डू का भुगतान करते रहते हैं। यह आपके क्रेडिट स्कोर सुधारने के रास्ते में एक बड़ी बाधा है। जब आप केवल मिनिमम पेमेंट करते हैं, तो बकाया राशि पर 36% से 42% तक का वार्षिक ब्याज लगता रहता है। उदाहरण के लिए, ₹40,000 के बिल पर सिर्फ ₹2,000 चुकाने से बाकी राशि पर ब्याज बढ़ता जाएगा।
यह न केवल आपको वित्तीय रूप से नुकसान पहुंचाता है, बल्कि आपके क्रेडिट हिस्ट्री में भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। हमेशा पूरी outstanding amount का भुगतान करने का प्रयास करें। यदि आप पूरी राशि का भुगतान नहीं कर सकते, तो कम से कम 50-70% का भुगतान करें।
कैश एडवांस का बार-बार उपयोग करना
क्रेडिट कार्ड से कैश एडवांस लेना सबसे महंगे फाइनेंसियल ऑप्शन में से एक है। इस पर तुरंत 2.5% से 3.5% तक का प्रोसेसिंग फीस लगता है, और साथ ही 36% से अधिक का वार्षिक ब्याज भी। कैश एडवांस का बार-बार उपयोग आपको एक high-risk customer के रूप में दिखाता है।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां इसे नकारात्मक रूप में देखती हैं क्योंकि यह दर्शाता है कि आप cash flow की समस्या का सामना कर रहे हैं। बेहतर विकल्प के रूप में, आप personal loan या overdraft facility का उपयोग कर सकते हैं, जो कैश एडवांस से कहीं सस्ते होते हैं।
EMI और लोन पेमेंट्स में देरी

समय पर EMI न भरने के नुकसान
जब आप अपनी EMI या लोन पेमेंट्स में देरी करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर पर सबसे बड़ा नकारात्मक प्रभाव डालता है। आपका पेमेंट हिस्ट्री आपके क्रेडिट स्कोर का 35% हिस्सा है, इसलिए हर देर से की गई पेमेंट आपके स्कोर को गंभीर नुकसान पहुंचाती है। जब आप EMI भुगतान में देरी करते हैं, तो बैंक इसे क्रेडिट ब्यूरो को रिपोर्ट करता है, जिससे आपका सिबिल स्कोर तुरंत गिरना शुरू हो जाता है। इससे भविष्य में आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलना मुश्किल हो जाता है। उदाहरण के लिए, एक ₹10,000 की EMI में देरी आपके स्कोर को तुरंत प्रभावित कर सकती है।
पार्शियल पेमेंट करके खुश होना
कई लोग सोचते हैं कि आंशिक भुगतान करना न करने से बेहतर है, लेकिन यह एक बड़ी गलतफहमी है। जब आप पूरी EMI न भरकर केवल एक हिस्सा भरते हैं, तो यह अभी भी देरी माना जाता है और आपके क्रेडिट रिपोर्ट में नकारात्मक मार्क के रूप में दर्ज होता है। आपको लगता है कि आपने कुछ तो भुगतान किया है, लेकिन क्रेडिट ब्यूरो के लिए यह अपूर्ण भुगतान है। इससे आपके क्रेडिट स्कोर में वही गिरावट होती है जो पूरी तरह से न भरने पर होती है।
ऑटो डेबिट सुविधा का उपयोग न करना
आज के डिजिटल युग में भी बहुत से लोग ऑटो डेबिट की सुविधा का उपयोग नहीं करते। यह आपके लिए एक बड़ी चूक है क्योंकि मैन्युअल पेमेंट में भूलने या देरी होने की संभावना हमेशा रहती है। ऑटो डेबिट सुविधा सेट करके आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी EMI हमेशा समय पर कट जाए। इससे न केवल आपका क्रेडिट स्कोर बना रहता है, बल्कि आपको पेमेंट की चिंता भी नहीं करनी पड़ती।
पेमेंट डेट को भूल जाना
व्यस्त जीवनशैली में पेमेंट की तारीख भूल जाना एक आम समस्या है, लेकिन यह आपके क्रेडिट स्कोर के लिए घातक हो सकती है। एक भी मिस्ड पेमेंट आपके स्कोर को 50-100 पॉइंट तक गिरा सकती है। इसलिए अपने फोन में रिमाइंडर सेट करना, कैलेंडर में मार्क करना, या बैंक के अलर्ट सिस्टम का उपयोग करना जरूरी है। आपकी एक छोटी सी लापरवाही आपके वर्षों के अच्छे क्रेडिट इतिहास को बर्बाद कर सकती है।
बार-बार क्रेडिट इनक्वायरी करना

कई बैंकों में एक साथ लोन अप्लाई करना
जब आपको लोन की जरूरत होती है, तो आप अक्सर जल्दबाजी में कई बैंकों में एक साथ आवेदन कर देते हैं। यह आपके क्रेडिट स्कोर के लिए बेहद नुकसानदायक साबित होता है। जब भी आप लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करता है, जिससे हार्ड इंक्वायरी होती है। यदि आप 30 दिनों के अंदर 3-4 जगह आवेदन करते हैं, तो आपका स्कोर 10-15 पॉइंट तक गिर सकता है।
क्रेडिट रिपोर्ट को बार-बार चेक करना
आपको लगता है कि अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को बार-बार चेक करना अच्छी आदत है, लेकिन यह भी आपके स्कोर को प्रभावित कर सकता है। जब आप अपनी रिपोर्ट को महीने में कई बार चेक करते हैं, तो यह आपकी वित्तीय परेशानी का संकेत माना जाता है। इससे आपकी क्रेडिट प्रोफाइल नकारात्मक रूप से प्रभावित होती है।
हार्ड इंक्वायरी और सॉफ्ट इंक्वायरी में अंतर न जानना
क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए आपको हार्ड और सॉफ्ट इंक्वायरी के बीच अंतर समझना जरूरी है। हार्ड इंक्वायरी तब होती है जब आप नए क्रेडिट के लिए आवेदन करते हैं, जबकि सॉफ्ट इंक्वायरी आपके स्वयं के द्वारा की जाने वाली जांच है। हार्ड इंक्वायरी आपके स्कोर को गिराती है, जबकि सॉफ्ट इंक्वायरी का कोई नुकसान नहीं होता।
प्री-अप्रूव्ड ऑफर्स को तुरंत एक्सेप्ट करना
बैंकों और क्रेडिट कार्ड कंपनियों के आकर्षक प्री-अप्रूव्ड ऑफर्स देखकर आप तुरंत उन्हें स्वीकार कर लेते हैं। यह भी एक बड़ी गलती है जो आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचाती है। जब आप इन ऑफर्स को स्वीकार करते हैं, तो भी हार्ड इंक्वायरी होती है। इसलिए पहले सोच-समझकर और अपनी जरूरत के अनुसार ही किसी भी ऑफर को स्वीकार करें।
पुराने क्रेडिट अकाउंट्स को बंद करना

सबसे पुराने क्रेडिट कार्ड को कैंसल करना
आपके सबसे पुराने क्रेडिट कार्ड को कैंसल करना आपके क्रेडिट स्कोर के लिए सबसे हानिकारक निर्णयों में से एक हो सकता है। आपका क्रेडिट हिस्ट्री की लंबाई क्रेडिट स्कोर का 15% हिस्सा निर्धारित करती है, और पुराने अकाउंट्स इस गणना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब आप अपना सबसे पुराना कार्ड बंद करते हैं, तो आप अपनी औसत खाता आयु कम कर देते हैं, जो सीधे आपके स्कोर को नुकसान पहुंचाता है।
इसके अलावा, पुराने कार्ड्स आपको एक स्थापित क्रेडिट रिश्ता दिखाते हैं। बैंक और फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन्स इसे एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखते हैं कि आप लंबे समय से जिम्मेदार तरीके से क्रेडिट का उपयोग कर रहे हैं। यदि आप इस कार्ड का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो भी इसे सक्रिय रखना बेहतर विकल्प है।
अच्छी पेमेंट हिस्ट्री वाले अकाउंट्स बंद करना
Previously, आपने जिन अकाउंट्स में हमेशा समय पर भुगतान किया है, उन्हें बंद करना एक बड़ी गलती है। आपकी पेमेंट हिस्ट्री आपके क्रेडिट स्कोर का 35% हिस्सा बनाती है, जो सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर है। जब आप एक अच्छी पेमेंट हिस्ट्री वाला अकाउंट बंद करते हैं, तो आप अपने सकारात्मक क्रेडिट रिकॉर्ड का एक हिस्सा खो देते हैं।
ये अकाउंट्स आपके फाइनेंसियल डिसिप्लिन का प्रमाण हैं और भविष्य के लेंडर्स को दिखाते हैं कि आप भरोसेमंद बॉरोअर हैं। अच्छी पेमेंट हिस्ट्री वाले अकाउंट्स को बंद करने से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो भी बढ़ सकता है, क्योंकि आपकी कुल उपलब्ध क्रेडिट लिमिट कम हो जाती है। इसलिए इन अकाउंट्स को खुला रखना और कभी-कभार छोटी खरीदारी करके उन्हें एक्टिव रखना आपके क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के तरीके में से एक है।
एनुअल फीस से बचने के लिए गलत निर्णय लेना
With this in mind, बहुत से लोग एनुअल फीस से बचने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड्स को कैंसल कर देते हैं, जो एक छोटी सी बचत के लिए बड़ा नुकसान है। यदि आपका कार्ड आपके क्रेडिट स्कोर के लिए फायदेमंद है – विशेषकर यदि यह पुराना है या इसकी अच्छी पेमेंट हिस्ट्री है – तो एनुअल फीस का भुगतान करना अधिक समझदारी है।
कई बार आप बैंक से बात करके एनुअल फीस माफ करवा सकते हैं या इसे कम करवा सकते हैं। आप कार्ड को no-fee वेरिएंट में डाउनग्रेड करने का विकल्प भी पूछ सकते हैं। एनुअल फीस आमतौर पर कुछ हजार रुपए होती है, लेकिन क्रेडिट स्कोर सुधारने की गलतियां करने से होने वाला नुकसान कई साल तक आपको प्रभावित कर सकता है।
याद रखें, सिबिल स्कोर बढ़ाने के उपाय में धैर्य और दीर्घकालिक सोच शामिल है। तत्काल बचत के लिए लिए गए निर्णय अक्सर आपकी फाइनेंसियल स्थिति को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं।
क्रेडिट रिपोर्ट चेक न करना

गलतियों को समय पर न पकड़ना
आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में अक्सर गलत जानकारी हो सकती है जो आपके क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। जब आप नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच नहीं करते, तो ये गलतियां महीनों या सालों तक बनी रह सकती हैं। गलत व्यक्तिगत जानकारी, पुराने बकाया राशि जो पहले ही चुकाई जा चुकी है, या किसी और के खाते की जानकारी आपकी रिपोर्ट में दिखना आम समस्याएं हैं। ये सभी गलतियां आपके क्रेडिट स्कोर को 50-100 अंक तक कम कर सकती हैं।
पहचान चोरी (Identity Theft) को अनदेखा करना
पहचान चोरी आज के डिजिटल युग में एक गंभीर समस्या है। जब कोई व्यक्ति आपकी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग करके आपके नाम पर लोन या क्रेडिट कार्ड लेता है, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को बुरी तरह प्रभावित करता है। यदि आप नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक नहीं करते, तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि कोई अनजान खाता खोला गया है। इससे न केवल आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है, बल्कि आप कानूनी परेशानी में भी फंस सकते हैं।
क्रेडिट ब्यूरो से डिस्प्यूट न करना
जब आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी पाते हैं, तो तुरंत क्रेडिट ब्यूरो से डिस्प्यूट करना आवश्यक है। CIBIL, Experian, Equifax और CRIF Highmark जैसे क्रेडिट ब्यूरो के पास ऑनलाइन डिस्प्यूट करने की सुविधा है। आपको गलत जानकारी के साक्ष्य के साथ अपनी शिकायत दर्ज करनी चाहिए। डिस्प्यूट प्रक्रिया को पूरा करने में आमतौर पर 30-45 दिन लगते हैं, लेकिन यह आपके क्रेडिट स्कोर सुधारने का सबसे प्रभावी तरीका है।
फ्रॉड्यूलेंट एक्टिविटी को नज़रअंदाज़ करना
आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में कोई भी संदेहजनक गतिविधि, जैसे अनजान इंक्वायरी या नए खाते, तुरंत आपका ध्यान आकर्षित करनी चाहिए। फ्रॉड्यूलेंट एक्टिविटी को नज़रअंदाज़ करने से आपकी वित्तीय स्थिति और भी खराब हो सकती है। यदि आपको लगता है कि आपकी जानकारी का गलत इस्तेमाल हो रहा है, तो तुरंत संबंधित बैंक और क्रेडिट ब्यूरो को सूचित करें। साइबर क्राइम सेल में भी शिकायत दर्ज कराना आवश्यक हो सकता है।
Read : बिना इनकम के Students Credit Score कैसे बनाएं?


